14,000 बिस्तरों के साथ, भारत में सबसे बड़े हेल्थकेयर प्रदाता
ओं में शामिल होगा एस्टर डीएम हेल्थकेयर
एस्टर डीएम हेल्थकेयर और क्वालिटी केयर इंडिया लिमिटेड (QCIL) का विलय:
एस्टर डीएम हेल्थकेयर ने क्वालिटी केयर इंडिया लिमिटेड (QCIL) के साथ विलय के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह विलय, जिसकी प्रक्रिया अभी नियामक और शेयरधारकों की मंजूरी का इंतजार कर रही है, भारत के हेल्थकेयर सेक्टर को बदलने वाला है। इस नई इकाई को “एस्टर डीएम क्वालिटी केयर लिमिटेड” नाम दिया गया है।

इस विलय से एक विशाल हेल्थकेयर नेटवर्क तैयार होगा, जिसमें चार बड़े ब्रांड शामिल होंगे—एस्टर डीएम, केयर हॉस्पिटल्स, किम्सहेल्थ, और एवरकेयर। यह 27 शहरों में 38 अस्पतालों और 10,150 बिस्तरों का नेटवर्क होगा, जिसे 2027 तक 3,500 और बिस्तरों से विस्तार देने की योजना है।
विलय के उद्देश्य और फायदे:
एस्टर डीएम हेल्थकेयर की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, अलीशा मूपेन, ने बताया कि यह विलय भारत में हेल्थकेयर के विस्तार को तेज करने और दोनों कंपनियों की क्षमताओं को जोड़ने के लिए किया गया है।
- भविष्य की योजनाएँ:
- विलय के बाद, एस्टर डीएम हेल्थकेयर का लक्ष्य देश के शीर्ष तीन हेल्थकेयर प्रदाताओं में शामिल होना है।
- नए अस्पताल और बिस्तर: 2024 से 2027 के बीच 3,500 और बिस्तर जोड़ने की योजना।
- ऑन्कोलॉजी पर फोकस: कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए विशेष केंद्रों का निर्माण।
- तालमेल और क्षमता:
दोनों कंपनियों के बीच तालमेल से पैमाने की अर्थव्यवस्था (economies of scale) को बढ़ावा मिलेगा, जिससे लागत में कमी और मरीज़ों को बेहतर सेवाएं देने में मदद मिलेगी।
भारत के हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश और संभावनाएँ:
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बढ़ती मांग ने निवेशकों को इस सेक्टर की ओर आकर्षित किया है। ब्लैकस्टोन और टीपीजी जैसे बड़े निवेशक इस विलय का हिस्सा हैं।
- मेट्रो के बाहर विस्तार:
एस्टर डीएम ने शुरुआत से ही टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया है। उदाहरण के लिए, कालीकट, कोल्हापुर, और गुंटूर जैसे शहरों में प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं। - डिजिटल हेल्थकेयर और इनोवेशन:
एस्टर डीएम डिजिटल टेक्नोलॉजी और कनेक्टेड केयर मॉडल को अपनाकर एक एकीकृत हेल्थकेयर इकोसिस्टम विकसित करने की योजना बना रहा है। इसमें होम लैब टेस्टिंग और दवा की होम डिलीवरी जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
ऑन्कोलॉजी में बड़ा निवेश:
कैंसर का बढ़ता बोझ देखते हुए, एस्टर डीएम ने इस क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की योजना बनाई है।
- लीनियर एक्सेलरेटर उपकरण जैसे अत्याधुनिक तकनीक में निवेश।
- देश के हर हिस्से में समान गुणवत्ता की सेवाएँ उपलब्ध कराना।
निजी इक्विटी का प्रभाव:
भारत के हेल्थकेयर सेक्टर में निजी इक्विटी निवेश बढ़ रहा है। ब्लैकस्टोन, टीपीजी और केकेआर जैसी कंपनियाँ न केवल वित्तीय बल्कि प्रबंधन और रणनीतिक स्तर पर भी सहयोग कर रही हैं। कौन हैं वेंकट दत्ता साईं, पीवी सिंधु के होने वाले पति, जिन्होंने आईपीएल टीम का प्रबंधन किया है?
अलीशा मूपेन का कहना है, “यह केवल व्यवसाय नहीं है, यह स्वास्थ्य सेवा का सामाजिक प्रभाव भी है।”
निष्कर्ष:
एस्टर डीएम हेल्थकेयर और QCIL का यह विलय न केवल हेल्थकेयर क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगा, बल्कि भारत के हर कोने में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। 14,000 बिस्तरों के साथ यह इकाई हेल्थकेयर में नई ऊंचाइयों को छूने की तैयारी में है।
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